हरिद्वार(आरएनएस)। पिता ने बेटी के ससुरालियों पर दामाद को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि परिवार की मर्जी के खिलाफ प्रेम विवाह करने से नाराज परिजनों ने युवक को लगातार मानसिक तौर पर परेशान किया, जिसके चलते उसने अपनी जान दे दी। रानीपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर माता-पिता सहित पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अदालत में प्रार्थना पत्र देकर ग्राम गढ़ निवासी मेहरबान पुत्र हाफिज जिन्दा हसन ने बताया कि उनकी पुत्री मेहराना और जुनैद पुत्र इंतजार निवासी ग्राम इमलीखेडा, थाना कलियर ने प्रेम विवाह किया था। यह विवाह जुनैद के पिता इंतजार, माता रिहाना, भाई इश्तकार, तौसिफ और चाचा नौशाद हाफिज को स्वीकार नहीं था। निकाह के बाद जब जुनैद अपनी पत्नी मेहराना को लेकर पैतृक घर पहुंचा तो परिजनों ने दोनों के साथ दुर्व्यवहार कर घर से निकाल दिया। इसके बाद दोनों किराये के मकान में रहने लगे और फिलहाल सुमन नगर में रह रहे थे। मेहरबान का आरोप है कि कुछ माह पूर्व जुनैद के परिजनों ने बिना उसकी जानकारी के पैतृक संपत्ति को बेच दिया। जब जुनैद ने अपने हिस्से की धनराशि मांगी तो परिजनों ने उसे अपमानित करते हुए आत्महत्या करने तक की बात कह दी। इससे वह मानसिक रूप से टूट गया। 26 नवंबर 2024 को जुनैद ने अपने एक परिचित मेहरान के मोबाइल से पत्नी मेहराना को फोन कर बताया कि उसने जहर खा लिया है। कुछ देर बाद समीर नामक व्यक्ति उसे गंभीर हालत में लेकर मेहराना के पास पहुंचा। जुनैद ने उस वक्त कहा कि वह परिवार वालों की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठा रहा है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। रानीपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शांति कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर संबंधित आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर जांच की जा रही है
