देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड एससी एसटी इम्प्लाईज फैडरेशन ने आउटसोर्स भर्ती में भी आरक्षण का लाभ देने की मांग की। अध्यक्ष करमराम ने कहा कि उपनल की भर्ती में भी आरक्षण लागू नहीं किया जा रहा है। ऐसे में यदि भविष्य में उपनल कर्मियों को नियमित किया जाता है, तो इससे एससी एसटी वर्ग के युवाओं को बड़ा नुकसान होगा। ऐसे में संविदा, आउटसोर्स भर्ती में भी आरक्षण लागू किया जाए। कहा कि विभागों में एक के बाद एक आउटसोर्स से हजारों की संख्या में कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है। ऐसे कर्मचारियों की संख्या 20 हजार से अधिक हो गई है। अब इन कर्मचारियों को नियमित किए जाने को लेकर दबाव बढ़ रहा है। अब यही कर्मचारी नियमित होते हैं, तो इससे आरक्षित वर्ग के युवाओं के पदों पर भी लोग नियमित हो जाएंगे। ऐसे में सरकार संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण में इस पहलू को जरूर ध्यान में रखे। कहा कि सरकार सबसे पहले तत्काल संविदा, आउटसोर्स पदों पर आरक्षण लागू करे। इसके साथ विभागों में ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाए। सफाई कर्मियों के पदों को बहाल किया जाए। कहा कि ओबीसी को भी पदोन्नति में आरक्षण का लाभ दिया जाए। एससी एसटी कार्मिकों की शिकायतों के निस्तारण को तहसील स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में शिकायत निवारण समिति गठित हो। नौ नवंबर 2000 को जनजाति का रोस्टर शून्य मान कर उस तारीख से ही सीधी भर्ती, पदोन्नति में जनजाति का रोस्टर शुरू किया जाए।