देहरादून(आरएनएस)। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने एक अप्रैल को प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया। केंद्र सरकार की यूनिफाइड पेंशन स्कीम को एक अप्रैल से लागू करने पर कड़ा एतराज जताया। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड के पदाधिकारियों ने दिल्ली तक पैदल यात्रा से सकुशल लौटने के बाद कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने कहा कि सरकार कर्मचारियों की उपेक्षा कर रही है। नई पेंशन स्कीम को बंद करने की जगह अब यूपीएस को लाकर सरकार कर्मचारियों को धोखा दे रही है। प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनोज अवस्थी ने कहा कि कर्मचारी अब आर पार की लड़ाई के लिए एकजुट हो रहे हैं। यदि सरकार जल्द ही पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। अभी तक आंदोलन गांधीवादी तरीके से ही चलाया जा रहा है। यूपीएस के विरोध में एक अप्रैल को पूरे प्रदेश में यूपीएस का पुतला दहन किया जाएगा। सभी कर्मचारी अपने कार्यालयों में यूपीएस के खिलाफ काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज करेंगे। प्रदेश महामंत्री सीता राम पोखरियाल ने कहा कि सरकार कर्मचारियों को एनपीएस और यूपीएस के नाम पर बांटने का काम कर रही है। किसी भी हाल में यूपीएस को उत्तराखंड में लागू नहीं होने दिया जाएगा। गढ़वाल मंडल अध्यक्ष नरेश भट्ट ने कहा कि पेंशन की लड़ाई अब अंतिम दौर पर पहुंच गई है। जिस प्रकार सरकार कर्मचारियों की मांग को अनदेखा कर रही है, उससे सरकार और कर्मचारियों के बीच दूरियां बढ़ने के साथ साथ कर्मचारियों का सरकार के प्रति रोष भी बढ़ रहा है। शहीद स्थल पर ऑनलाइन बैठक भी आयोजित की गई। बैठक में सोहन सिंह रावत, मुकेश बहुगुण, लक्ष्मण सजवाण, माखन लाल शाह, आशुतोष सेमवाल, अरविंद चौहान, नरेंद्र पटवाल, गुड्डी मटूड़ा, विनोद चौहान, राकेश भट्ट, आशीष जोशी आदि मौजूद रहे।
एक अप्रैल को सुबह से लेकर शाम तक विरोध दर्ज होगा
एक अप्रैल को यूपीएस के विरोध में काला दिवस मनाया जाएगा। इसमें कर्मचारी सुबह से ही अपनी सोशल मीडया प्रोफाइल को काला रखेंगे। कार्यालयों, संस्थानों में सभी लोग काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। एक अप्रैल को दिन में तीन बजे जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किए जाएंगे। शाम पांच बजे यूपीएस की प्रतियां जलाने के साथ पुतला दहन होगा। रात आठ से नौ बजे के बीच एक घंटा घर की सभी लाइटों को बंद रखा जाएगा।