हरिद्वार(आरएनएस)। एनएसयूआई ने मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड पर अपना विरोध जताया। कहा कि उत्तराखंड सरकार ने सरकारी मेडिकल कॉलेजों को प्राइवेट कंपनियों को सौंपने का निर्णय छात्र विरोधी है। यह विषय छात्रों के लिए एक गहरी चिंता का कारण बन गया है। एनएसयूआई महानगर अध्यक्ष यागिक वर्मा ने कहा कि इस फ़ैसले को सरकार वापस ले अन्यथा आंदोलन किया जाएगा। शहर महासचिव साहिद अहमद ने कहा कि जिन सरकारी कॉलेजों में छात्रों को कम शुल्क में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलती थी, अब वही शिक्षा महंगी हो जाएगी। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उन छात्रों पर पड़ेगा, जिनके माता-पिता सीमित आय पर जीवन यापन करते हैं। महानगर उपाध्यक्ष दीपांशु बालियान ने कह इस फैसले से शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा।