बिजली के भारी भरकम बिल भेजने पर व्यापारियों में नाराजगी

हरिद्वार(आरएनएस)।  महानगर व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने जिलाध्यक्ष सुनील सेठी की अध्यक्षता में बैठक कर उत्तराखंड पावर कारपोरेशन के खिलाफ रोष जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा। जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि बिजली के बिलों में भारी कमियां हैं जिसकी वजह से जनता हो या व्यापारी त्रस्त हैं। बिलों में अनावश्यक चार्जेज, अतरिक्त यूनिट चार्जेज जोड़कर भारी भरकम बिल बनाकर लोगों का शोषण किया जा रहा है। जितना बिल पहले दो माह का आता था अब वो एक माह में आ रहा है। अब स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी विभाग कर रहा है जो और अतिरिक्त भार जनता पर डालेगा। व्यापारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री को ऊर्जा निगम की मनमानी पर ध्यान देकर लोगों को राहत दिलवानी चाहिए। हर व्यक्ति मध्यम वर्गीय लोग भारी भरकम बिल अदा करने में समर्थ नहीं है। महानगर उपाध्यक्ष सुनील मनोचा और जिला उपाध्यक्ष पंकज माटा ने कहा कि जब पहले इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगा दिए गए तो अब स्मार्ट मीटर की क्या आवश्यकता है। कनेक्शन लगवाते समय एक बार सिक्योरिटी राशि जमा हो चुकी तो फिर दोबारा कौन सी सिक्योरिटी राशि जनता से वसूली जा रही है उसके बाद यूनिट सरचार्ज भी लगा कर बिल लोगों को भेजे जा रहे हैं। जो न्याय संगत नहीं ये सीधा सीधा विभाग की मनमानी है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
खड़खड़ेश्वर व्यापार मंडल अध्यक्ष भूदेव शर्मा एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रीत कमल ने कहा कि उत्तराखंड जैसे राज्य में जहां बिजली का उत्पादन होता हो उस राज्य में बड़े बिल अनावश्यक चार्जेज जनता पर थोपकर विभाग सरकार को बदनाम कर रहा है। पावर कॉर्पोरेशन की मनमानी अब जनता पर भारी पड़ रही है। जनता को राहत दिलवाते हुए स्मार्ट मीटर पर रोक लगवानी चाहिए। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन के खिलाफ रोष जताने वालो में मुख्य रूप से महामंत्री नाथीराम सैनी, कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, राकेश सिंह, अनिल कोरी, रवि बांगा, सोनू चौधरी, पवन पांडे, नंदकिशोर पांडे, राकेश कुमार, बंटी प्रकाश, दीपक शर्मा, सोनू चौधरी उपस्थित रहे।