देहरादून(आरएनएस)। उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने पीसीएस मुख्य परीक्षा का छह माह का समय बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोक सेवा आयोग की त्रुटियों के कारण हिंदी भाषी पाठ्यक्रम के अभ्यार्थियों का बहुत बड़ा नुकसान होने जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जो त्रुटियां अभ्यर्थियों की ओर से आयोग को बताई जा रही हैं, एक समिति बनाकर अभ्यर्थियों की समस्या सुनकर उनका समाधान किया जाए। शनिवार को मीडिया को जारी एक बयान में कापड़ी ने कहा कि राज्य में लोक सेवा आयोग की ओर से नवंबर में होने वाली पीसीएस की मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थियों ने कई त्रुटियां गिनाईं हैं। इससे राज्य के अनेको हिंदी भाषी पाठ्यक्रम वाले अभ्यार्थियों का भविष्य संकट में पड़ गया है। एक तरफ सरकार हिंदी भाषा की अनिवार्यता पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी तरफ राज्य की मुख्य परीक्षाओं में हिंदी पाठ्यक्रम के अभ्यर्थियों के साथ न्याय नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग की ओर से परीक्षा का आयोजन हिंदी और अंग्रेजी माध्यम से कराया जाता है। लेकिन इस वर्ष हिंदी माध्यम में पाठ्यक्रम को करीब 30 से 40 प्रतिशत बदल दिया गया है। यह बदलाव प्रारंभिक परीक्षा के लंबे समय बाद किया गया है। साथ ही आयोग की ओर से अभी तक संशोधित पाठ्यक्रम सार्वजनिक नहीं किया गया, जिस कारण हिंदी पाठ्यक्रम के अभ्यर्थियों को तैयारी करने का समय नहीं मिल पाया है। पाठ्यक्रम देरी से मिलने कारण अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा से बाहर होने की स्थिति आ गए हैं। उन्होंने इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप कर मुख्य परीक्षा की तिथि को बढ़ाने का अनुरोध किया है।