न्याय की मांग लेकर चितई गोलू देवता की शरण में पहुंचे टैक्सी चालक

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा व धारानौला टैक्सी स्टैंड के टैक्सी मालिक, चालकों ने न्याय के देवता चितई गोलू देवता के दरबार में अपनी समस्याओं को लेकर अर्जी लगाकर न्याय की मांग की। टैक्सी मालिक, चालकों ने एक स्वर में कहा कि लगभग सौ से एक सौ पचास निजी वाहन व्यवसायिक रूप से कार्य कर रहे हैं। विशेषकर शहर से दूर विभिन्न विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षक निजी वाहनों से स्कूल में कार्यरत शिक्षकों को किराया लेकर ढो रहे हैं, जिससे टैक्सी मालिक, चालकों पर आर्थिक संकट आ रहा है। इस विषय में पूर्व में प्रशासन को लिखित व मौखिक रूप से कई बार सूचना दी गई परन्तु इस विषय में किसी के द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई, जिस कारण व्यथित होकर टैक्सी मालिक चालको को न्याय के देवता गोल्ज्यू दरबार में अपनी हाजिरी लगानी पड़ी। टैक्सी यूनियन अध्यक्ष शैलेन्द्र तिलारा ने कहा कि शासन द्वारा स्कूलों के सम्बंध में शासनादेश जारी किया गया था कि शिक्षक अपने विद्यालयों के नजदीक आठ किलोमीटर के दायरे में रहेंगे, परन्तु अधिकांश शिक्षक 60 से 70 किलोमीटर की दूरी तय कर के वि‌द्यालयों में शिक्षण का कार्य कर रहे हैं। यहाँ अर्जी लगाने वालों में अध्यक्ष शैलेन्द्र तिलारा, महासचिव नीरज पवार, उपाध्यक्ष गणेश सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह रावत, सचिव अर्जुन सिंह मुस्युनी, उपसचिव आनद सिंह भोज, कोषाध्यक्ष बाल किसन जोशी, मुख्य संरक्षक अनूप साह आदि टैक्सी मालिक व चालक मौजूद रहे।