रुड़की(आरएनएस)। मंगलौर विधानसभा उपचुनाव में मामूली अंतर से जीत के लक्ष्य से पीछे रही बीजेपी अब अपनी हार के कारण तलाश रही है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि चुनाव प्रचार के दौरान इस बार भी आम मतदाता तक पहुंचने में चूक हुई। जिससे मतदान प्रतिशत नहीं बढ़ पाया। राज्य का गठन होने के बाद से ही मंगलौर विधानसभा सीट भाजपा के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। इस बार उपचुनाव में भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। लेकिन मामूली अंतर से मिली हार का कारण अब कार्यकर्ता तलाश रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता प्रमोद कुमार का कहना है कि इस बार भी मतदाता के घर-घर तक कार्यकर्ता नहीं पहुंच पाए। हालांकि मोहल्ला बैठकों का दौरा चला रहा लेकिन यह नाकाफी रहा। लिहाजा देहात क्षेत्र में वोट का प्रतिशत नहीं बढ़ पाया। बसपा का प्रदर्शन भी बेहद निराशाजनक रहा। बसपा के बढ़ने का भाजपा को फायदा मिलता। जिस कारण भाजपा अपने लक्ष्य से पीछे छूट गई। कांग्रेस अपने पुराने परंपरागत वोट को संभालने में कामयाब रही। भाजपा कार्यकर्ता अब बूथ वाइज वोट का समीकरण देखकर कमियां तलाश रहे हैं।