देहरादून(आरएनएस)। उक्रांद के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस उपमहानिदेशक (कानून) से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने जेल में हुई बस कंडक्टर रणवीर सिंह रावत की मौत के मामले की सीबीआई जांच करवाने और दोषी पुलिस कर्मियों के निलंबन की मांग की है। युवा केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में मिले प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि ऋषिकेश में रहने वाली रणवीर सिंह रावत की पिछले दिनों पुलिस कर्मियों ने पिटाई की है। पिटाई के बाद उनको जेल भेजा गया। पिटाई से उनकी मौत हुई है, मृतक की पत्नी ने बताया गया कि उनको बेहरहमी से मारा गया, चोट के निशान उनके शरीर पर थे, जिसके साक्ष्य मृतक के परिवार के पास हैं। यूकेड़ी नेता पंकज व्यास ने कहा 25 जून को रणवीर सिंह कीर मौत हुई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट तीन जुलाई को आती है, यह विषय भी संदेहास्पद है। केंद्रीय महामंत्री बृजमोहन सजवान ने कहा मृतक रणवीर सिंह रावत विश्वनाथ बस सेवा में परिचालक था, उसकी पूर्व में किसी भी प्रकार की आपराधिक घटनाओं में संलिप्तता नहीं रही है, ऐसे में आम इंसान के साथ पुलिस का इस प्रकार का बर्ताव कई प्रश्न चिन्ह खड़े करता है। इस मौके पर केंद्रीय मीडिया प्रभारी किरन रावत कश्यप, युवा प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष परवीन चंद रमोला, केंद्रीय उपाध्यक्ष बहादुर सिंह रावत, भोला दत्त चमोली, अनूप बिष्ट, शैलेंद्र सिंह गुनसोला, गजेंद्र सिंह, मनीष रावत आदि मौजूद रहे।