अल्मोड़ा। रानीधारा सड़क की हालत सुधारने की मांग को लेकर धरना प्रारम्भ हो गया है। धरने के संयोजक विनय किरौला ने कहा कि एक सप्ताह पूर्व उनके द्वारा जिला प्रशासन को चेताया गया था कि यदि एक सफ्ताह में एडम्स से धार की तूनी को जोड़ने वाले मोटर मार्ग का निर्माण नही किया गया तो वह अल्मोड़ा की जनता के साथ धरने पर बैठने को मजबूर हो जाएंगे। ज्ञात हो की उक्त मोटर मार्ग काफी लम्बे समय से खस्ताहाल है, इस मार्ग से प्रतिदिन बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों सहित सैकड़ों लोग आवाजाही करते हैं। किरौला ने कहा इस मार्ग में 6 माह पूर्व बन चुकी सीवर लाइन बनने के बाद से अभी तक मार्ग के सुधारीकरण का कार्य नहीं हो पाया है, जिसको लेकर पूर्व में अनेकों बार कार्यदायी संस्था सहित जिला प्रशासन को मार्ग के सुधारीकरण की माँग की गई। धरने में मौजूद स्थानीय निवासी डॉ सैयद अली हामिद ने कहा कि सीवर लाइन बनने के बाद खुर्द-बुर्द हो चुके इस लिंक रोड में पानी की निकासी के पारंपरिक रास्ते बंद हो चुके हैं, जिससे पानी रास्ते के नीचे लोगों के घरों में घुस जा रहा है, जो बड़ी आपदा को दावत दे रहा है। डॉ एस एस पथनी ने कहा प्रदेश में नौकरशाही इस कदर हावी हो गयी है कि लोग बुनियादी समस्याओं के समाधान से वंचित हो गए हैं। धरने में नीमा पंत, मनोज बिष्ट, शम्भू बिष्ट, मीनाक्षी पांडेय, हेमा पंत, अमरीश पवार ने अपने विचार रखे। धरने में सुजीत टम्टा, संदीप द्रमवाल, हिमांशु पंत, नंदन सिंह, नेहा पांडेय, हेमा जोशी, चतुर सिंह नेगी, सुमित नज्जोन, पंकज पंत, नवीन बिष्ट, राकेश जायसवाल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। धरने के संयोजक विनय किरौला ने कहा कि रविवार को भी धरना प्रातः 11 बजे से जारी रहेगा।