काशीपुर(आरएनएस)। गांव गुलड़िया रतनपुरा में लगाई गई डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा हटाने को लेकर कोर्ट के आदेश के बाद से ग्रामीणों में नाराजगी है। बीते दिनों प्रतिमा हटाने पहुंची टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर टीम को बैरंग लौटा दिया था। चूंकि कोर्ट का आदेश 10 जून तक प्रतिमा को हटाने का था, ऐसे में सोमवार को ग्रामीणों ने प्रतिमा के पास बैठकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और बैठक कर प्रतिमा को किसी भी सूरत में नहीं हटने देने पर सहमति जताई। बता दें कि गांव गुलड़िया रतनपुरा में ढाई बीघा जमीन पर ग्रामीणों ने बिना प्रशासन की अनुमति के बाबा साहे आंबेडकर की प्रतिमा लगा दी थी। इसके बाद जमीन पर अपना हक जताने वाले चंडीगढ़ निवासी प्रीतपाल ढिल्लन कोर्ट में चले गए थे। इसके बाद कोर्ट ने बीती 23 मई को आदेश जारी कर 10 जून तक यहां से बाबा साहेब की प्रतिमा हटाने को बोला था। इसी को लेकर बीते दिन संयुक्त टीम गांव में प्रतिमा हटाने पहुंची थी, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था। वहीं इस मामले को लेकर ग्रामीण अब एकजुट हो चुके हैं। सोमवार को ग्रामीणों ने आंबेडकर पार्क में प्रतिमा के पास बैठकर प्रदर्शन किया। इसमें उन्होंने स्पष्ट कह दिया है कि किसी भी सूरत में प्रतिमा को नहीं हटने देंगे। लोगों ने कहा कि अब ग्रामीण भी इस फैसले को लेकर कोर्ट में जाने पर विचार कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि बाबा साहेब आंबेडकर से ग्रामीणों की आस्था जुड़ी है और इस आस्था से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। मौके पर संजय, कुंवरपाल, रिंकू, मोंटी, प्रदीप सागर, विमल सिंह, सुनील कुमार, बलदेव सिंह, मन्नू सिंह, यशपाल, अमित सागर, बृजकिशोर, संदीप, सिया राम, गौतम बौद्ध, संजय आंबेडकर, राज किशोर, अशोक सागर, सचिन जाटव, आकाश सागर आदि अनेक लोग मौजूद थे।