विकासनगर(आरएनएस)। सेलाकुई से डूंगा तक सीधी बस सेवा नहीं होने से एक दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को मजबूरन ज्यादा किराया देकर निजी वाहनों से सफर करना पड़ रहा है। इन गांवों के छात्र-छात्राओं को स्कूल तक जाने के लिए करीब आठ किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। लोग लंबे समय से इस मार्ग पर सिटी बस के संचालन की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन हजारों ग्रामीणों की समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सेलाकुई से डूंगा मार्ग पर बहादरपुर, तेलपुरा, पौड़वाला, राजावाला, भगवानपुर, भरतपुर, भाऊवाला, भानवाला, बेलोवाला, डूंगा सहित एक दर्जन से अधिक गांव पड़ते हैं। इन गांवों में 10 हजार से अधिक आबादी निवास करती है। इन ग्रामीणों को हर दिन सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र और राजधानी में रोजगार के सिलसिले में जाना पड़ता है। जबकि, एसजीआरआर इंटर कॉलेज भाऊवाला में आसपास के छह किमी के दायरे के छात्र-छात्राएं पढ़ने आते हैं। सिटी बस सेवा नहीं होने के चलते छात्र-छात्राओं को तो पैदल ही इंटर कॉलेज तक जाना पड़ता है। अन्य ग्रामीणों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए छोटे वाहन चालकों की मनमानी झेलनी पड़ती है। स्थानीय निवासी मनमोहन सिंह, रमेश आजाद, प्रमोद कुमार, सावित्री देवी, प्रमिला कुमारी, शबनम, हरमीत सिंह ने बताया कि परिवहन निगम से लेकर क्षेत्रीय विधायक तक से कई बार इस मार्ग पर सिटी बस सेवा शुरू कराने की मांग की गई। लेकिन समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उधर, एआरटीओ रावत सिंह कटारिया ने कहा कि चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस संबंध में प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।