देहरादून। मानसून सत्र की अवधि सीमित रखने पर बुधवार को विपक्ष के विधायकों ने एक बार फिर सरकार को घेरा है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने शून्य काल में यह मामला उठाते हुए कहा कि सरकार लगातार विधानसभा सत्र की अवधि कम रखते हुए, विपक्ष से बचना चाहती है। आर्य ने कहा कि नियमानुसार सत्र शुरू होने के 14 दिन पहले विधायकों को इसकी सूचना देनी पड़ती है, लेकिन सरकार ने इस बार आनन -फानन में सत्र आहूत किया है। उन्हेांने कहा कि सरकार ने गत दो साल में महज 12 दिन ही सदन चलाया है, जबकि एक साल में साठ दिन सदन चलना चाहिए। प्रीतम सिंह ने कहा कि बेहद कम समय मिलने के कारण विधायक जनता से जुड़े सवाल नहीं उठा पा रहे हैं। हालांकि स्पीकर ऋतू खंडूडी ने कहा कि अल्पकाल की सूचना पर सत्र आहुत किए जाने पर समाचार पत्रों में नोटिस देने का प्रावधान है, जो इस मामले में पूरा किया गया है। इस कारण इस सदन मांग अस्वीकार की जाती है।