व्यक्तित्व निर्माण में आत्म विश्वास सबसे अहम पक्ष: कल्याण मनकोटी

सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन प्रशिक्षुओं ने सीखे आत्म विकास के गुर

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय में आत्म विकास पर सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला के तीसरे दिन संदर्भदाता राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता कल्याण मनकोटी ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्पन्न हो रहीं समस्याओं पर प्रकाश डाला। बुधवार को कार्यशाला के प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए कल्याण मनकोटी ने बताया कि किसी भी समस्या के समाधान करने में सबसे अहम आत्म विश्वास काम करता है। उसके बाद व्यक्तिगत अनुभव के माध्यम से व्यावहारिक समस्या का हल किया जाता है। उन्होंने बताया कि एक शिक्षक आदर्श भूमिका निर्वहन (रोल मॉडल) बनकर समाज को एक दिशा देने का काम करता है। इसलिए एक शिक्षक के तौर पर इस प्रोफेशन में नेतृत्वकर्ता, स्वावलंबी, आत्मनिर्भर, शैक्षिक कौशलों में निपुणता के साथ सद्चरित्र व्यक्तित्व का होना जरूरी है। दूसरे सत्र में कार्यशाला की संयोजक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ संगीता पवार की ओर से जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ने के फायदों के बारे में एमएड प्रशिक्षुओं को बताया गया। यह कार्यशाला विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष प्रो विजयारानी ढ़ौडियाल के निर्देशन में आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में भारती, हरीश आर्या, दीपा, हेमा, ममता, मोनिका, निवेदिता सहित अनेक एमएड प्रशिक्षु मौजूद रहे।